नेत्रहीन मुस्लिम बच्चों और युवाओं के लिए भारत में अब तक इस्लाम धर्म के पवित्र धर्मग्रंथ कुरान को पढ़ने का कोई आसान विकल्प नहीं था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। देश की पहली 'ब्रेल लिपि में अरेबिक कुरान' तैयार होने से भारत अब दुनिया का 5वां ऐसा देश बन गया है, जहां नेत्रहीन मुस्लिम बच्चे और युवा अपने मजहब की पवित्र किताब कुरान पढ़ सकेंगे।